‘‘आप बहुत अच्छे लग रहे हैं! क्या आपने वज़न कम कर लिया है?’’, ‘‘वाह, अब आप बहुत स्वस्थ दिख रहे हैं! आपके लिए अच्छा है।’’ मोटे लोगों के तौर पर, हम ज़िंदगी भर इस तरह की टिप्पणियां सुनते हैं।
जब हमारा शरीर पतला था, तब इन टिप्पणियों से हमें गर्व और स्वीकार्यता का एहसास होता था। हमें लगता था कि हम आखिरकार ‘‘काफ़ी अच्छे’’ हो गए हैं।
लेकिन जब हमारा वज़न फिर से बढ़ गया, जैसा कि ज़्यादातर लोगों के साथ होता है, तो हमें लगा कि हमारा शरीर अब ‘‘काफ़ी अच्छा’’ नहीं रहा और ये नेकनीयत वाली टिप्पणियां असल में नुकसानदेह थीं।
आकार और वज़न पर काम करने वाले शोधकर्ताओं ने कहा है कि वजन को लेकर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह की टिप्पणियां लोगों के लिए हानिकारक साबित हो सकती हैं। चाहे कोई वजन घटाए या न घटाए, मोटे लोगों को अक्सर आलोचना का सामना करना पड़ता है।
विशेषकर महिलाओं के वजन को लेकर टिप्पणी आम है। हाल ही में लिज़ो और सेरेना विलियम्स जैसी जानीमानी हस्तियों के वजन घटाने पर हुई टिप्पणियां इस प्रवृत्ति का उदाहरण हैं। इसके अलावा, नस्ल, जाति, लिंग, वर्ग और योग्यता जैसे कई भेदभावों के साथ जुड़े लोगों के लिए इसका प्रभाव और भी गंभीर हो सकता है।
शोधकर्ताओं ने जोर दिया है कि भले ही अच्छी मंशा से हो, वजन घटाने की तारीफ़ बंद करनी चाहिए। इसके पीछे पांच मुख्य कारण हैं :
(1) वजन घटने पर की जाने वाली तारीफ़ से यह संदेश जाता है कि पतले शरीर बेहतर हैं। और ऐसा होने पर भारी शरीर वाले लोगों के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण और पूर्वाग्रह बढ़ते हैं।
(2) आकलन केवल दिखावे तक सीमित रह जाता है : वजन घटाने पर तारीफ़ करने से यह मान्यता मजबूत होती है कि केवल शरीर का छोटा आकार ही किसी व्यक्ति की सबसे महत्वपूर्ण खासियत है, न कि उसकी अन्य योग्यताएं या उपलब्धियां।
(3) शारीरिक विविधता की उपेक्षा: यह विचार कि शरीर का एक ही ‘सही’ आकार होता है, गलत है। सभी शरीर स्वाभाविक रूप से अलग-अलग आकार और प्रकार के होते हैं।
(4) इरादे की अनदेखी: वजन घटाना हमेशा जानबूझकर नहीं होता, कई बार यह स्वास्थ्य समस्याओं, तनाव, या आर्थिक कठिनाइयों के कारण भी हो सकता है।
(5) खराब खानपान संबंधी व्यवहार को बढ़ावा देना: वजन की तारीफ़ से वे लोग फिर से पुरानी नकारात्मक सोच में फंस सकते हैं जो वजन कम करने के बाद उसे नियंत्रित रखने के लिए खाने-पीने को लेकर संघर्ष कर रहे हैं।
शोधकर्ताओं ने सलाह दी है कि वजन घटाने के बजाय लोगों की अन्य विशेषताओं, जैसे उनकी मुस्कान, उपलब्धियां या खुशी की तारीफ़ करें। इसके अलावा, खुद की तुलना में अपने स्वास्थ्य और खुशहाली में सुधार पर ध्यान दें।
यह भी कहा गया कि वजन से जुड़ी टिप्पणियों को अनसुना करना या जवाब न देना ठीक है। कई संस्थाएं जैसे साइज इनक्लूसिव हेल्थ ऑस्ट्रेलिया, बटरफ्लाई फाउंडेशन और नेशनल ईटिंग डिसऑर्डर्स कोलैबोरेशन इस विषय पर अधिक जानकारी उपलब्ध कराती हैं।
शोधकर्ताओं का निष्कर्ष है कि वजन से जुड़ी टिप्पणियां लंबे समय तक आत्म-सम्मान, स्वास्थ्य और रिश्तों पर असर डाल सकती हैं, इसलिए यह संदेश न दें कि किसी की क़ीमत उसके वजन से तय होती है।
( द कन्वरसेशन )