अलीगढ़ जिले के जवां कस्बे में बड़ी संख्या में कथित ‘अवैध’ इमारतों और ढांचों को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया। उप जिलाधिकारी महिमा चौधरी ने बताया कि जिन लोगों ने अवैध ढांचे बनाए थे उन्हें तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू किये जाने से तीन दिन पहले ही नोटिस दे दिए गए थे।
चौधरी ने कहा कि बड़े पैमाने पर पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों की मौजूदगी में यह अभियान मंगलवार सुबह से जारी है।
यह मुहिम चार दिन पहले करण सिंह नामक एक युवक की चाकू से हमला करके हत्या किए जाने को लेकर उत्पन्न सांप्रदायिक तनाव के बाद शुरू की गई है। इस हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने आरोपियों के घरों को बुलडोजर चलाकर गिराने की मांग की थी।
शहर से लगभग 15 किलोमीटर दूर जवां कस्बे में मंगलवार को शुरू हुआ यह अभियान बुधवार को भी जारी रहा। इस दौरान बड़ी संख्या में दुकानों और अन्य कथित अवैध ढांचों को जमींदोज कर दिया गया।
चौधरी ने कहा कि हाल ही में हुई करण सिंह नामक युवक की हत्या के आरोपियों की संपत्तियों की भी नाप- जोख की जा रही है और ये अवैध पाई गईं तो उन्हें भी ध्वस्त कर दिया जाएगा।
एक दुकानदार इमरान खान ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने तीन दिन की नोटिस की मियाद खत्म होने से पहले ही ढांचे को गिराना शुरू कर दिया और दुकान मालिकों को अपना सामान बाहर निकालने की इजाजत नहीं दी। खान ने कहा कि अधिकारियों ने निजी जमीन पर बने कुछ ढांचों को भी गिरा दिया है।
अवैध ढांचों को गिराने का यह अभियान करण सिंह की हत्या के बाद चलाया जा रहा है। सिंह की पिछले शनिवार को चाकू से हमला करके हत्या कर दी गई थी जिससे इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैल गया था।
इस घटना के विरोध में रविवार को लोगों ने प्रदर्शन करके राजमार्ग को जाम कर दिया था। प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों के घरों को बुलडोजर चलाकर गिराने की मांग की थी।
हालांकि, अधिकारियों का दावा है कि यह बुलडोजर अभियान अतिक्रमण के खिलाफ जिला स्तर पर चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है और उसका किसी खास मामले से कोई लेना-देना नहीं है।