बहराइच जिले में पुलिस ने भारी मात्रा में अवैध रूप से रखी कोडीन युक्त कफ सिरप तथा दर्द निवारक कैप्सूल बरामद कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
राज्य के औषधि विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बरामदगी स्थल पर ‘विधायक’ लिखे सचिवालय पास लगी एक लग्जरी कार को खुलवाया गया तो उसमें से भी दवाओं का जखीरा मिला।
देवीपाटन मंडल के सहायक औषधि आयुक्त मुकेश जैन ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ उत्तर प्रदेश के औषधि प्रशासन आयुक्त कार्यालय से हमें सूचना मिली थी कि बहराइच के मोहम्मद अली और मोहम्मद आफताब के स्वामित्व वाली रायल फार्मा नामक साझेदारी फर्म ने कोडीन युक्त कफ सिरप की 10 हजार शीशियां खरीदी हैं।
जैन ने बताया कि बहराइच, श्रावस्ती और गोंडा के दवा निरीक्षकों की टीम बनाकर सोमवार शाम को स्थानीय पुलिस के सहयोग से छापेमारी की। जिस पते पर रायल फार्मा का लाइसेंस था, वहां उनका कारोबार नहीं होता मिला।
पूछताछ में मालूम हुआ कि रायल फार्मा का लाइसेंस अपने निर्धारित स्थान पर काफी समय से कार्यरत नहीं है। मुखबिर की सूचना व फर्म के सहयोगी मोहम्मद अली से की गई पूछताछ के आधार पर शहर के सलारगंज मोहल्ले के एक आवासीय परिसर से भारी मात्रा में कोडीन युक्त कफ सिरप तथा ट्रामाडाल साल्ट युक्त कैप्सूल बरामद हुए।
उन्होंने कहा कि रायल फार्मा के साझेदार मोहम्मद अली व आफताब अली बरामद दवाओं तथा बरामदगी स्थल पर अपनी फर्म से संबंधित कोई अभिलेख नहीं दिखा सके। इस आधार पर कोतवाली नगर में सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है।
राजस्थान में कफ सिरप से हुई मौतों के बाद उत्तर प्रदेश में अभियान चलाकर अधिक मात्रा में इस तरह के कफ सिरप की बिक्री करने वालों की जांच की जा रही है।