दुनिया के सबसे बड़े आतंकी संगठन हिजबुल्लाह को इजरायल ने उसका सबसे बड़ा घाव दिया था। इजरायल ने हिजबुल्लाह के चीफ कमांडर हसन नसरल्लाह को एयर स्ट्राइक में मार दिया। बेरूत में हुए हवाई हमले के दौरान हिजबुल्लाह के हेड क्वार्टर को निशाना बनाया गया। हमले में हसन नसरल्लाह समेत कुछ और हिजबुल्लाह कमांडरों की मौत हो गई।
हमले की वजह से हिजबुल्लाह और ईरान में मातम पसरा है। लेकिन दुनिया हैरान है कि इजरायली हमलों में सिर्फ और सिर्फ हिजबुल्लाह चीफ ही कैसे मारा गया। आम जनता को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा। यानी इजरायल ने सटीक इंटेलिजेंस के साथ हमला किया कि सिर्फ आतंकी ही टारगेट हुए।
आईडीएफ का ऑपरेशन न्यू ऑर्डर
बेरूत में इजरायल ने ताबड़तोड़ हमला किया। जब इन धमाकों का धुंआ छटो तो पता चला कि हसन नसरल्लाह समेत लेबनान में हिजबुल्लाह की तकरीबन पूरी लीडरशिप का सफाया हो गया है। खुद इजरायली डिफेंस फोर्स ने इसकी पुष्टी करते हुए बताया कि सैन्य अभियान का कोड नेम ऑपरेशन न्यू ऑर्डर है। हसन नसरल्लाह की मौत के बाद कुछ तस्वीरें भी वायरल हुई।
एक में बेंजामिन नेतन्याहू प्लेन के अंदर फोन पर बात करते नजर आते हैं। दावा है कि यही वो वक्त जब नेतन्याहू ने बेरूत में हसन नसरल्लाह और हिजबुल्लाह हेडक्वार्टर पर हमले का ऑर्डर दिया था। एक तस्वीर मेंनेतन्याहू फोन पर बात करते नजर आते हैं। बताया जाता है कि ये फोन यूएस में नेतन्याहू को ऑपरेशन का नतीजा बताने के लिए आया था। यानी हसन नसरल्लाह की मौत की पुष्टि हो गई थी।
इजरायल ने कैसे मार गिराया?
हसन नसरल्लाह हिज्बुल्लाह की ताकत था। इस बात को हिज्बुल्लाह और इस्राइल दोनों अच्छी तरह जानते थे। इसलिए, जहां एक तरफ हिज्बुल्लाह अपने नेता को बचाने के लिए तमाम कोशिशें करता रहा, वहीं इस्राइल उसे मारने के लिए तरह-तरह की रणनीति बनाता रहा। न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, नसरल्लाह को इस्राइल से खतरे को देखते हुए वह कई सालों से किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में नजर नहीं आया था।
रीयल इंटलेजिंस का किया गया प्रयोग
नसरल्लाह यहां एक रिहायशी इमारत के नीचे 50 फीट से ज्यादा गहराई में बने बंकर में बैठा था। नसरल्लाह अनाम जगह से अपने विडियो जारी करता था। बावजूद, इसके इस्राइल ने को बेरूत में F35 विमानों से 2 टन के 85 बम गिराए। इस नसरल्लाह समेत हिज्बुल्लाह के अन्य लीडर बेरूत के दहियेह स्थित अपने हेड क्वॉर्टर में मीटिंग कर रहे थे, जिसकी रीयल टाइम जानकारी इस्राइल को थी। इजरायल की एयर फोर्स के कहा कि पायलटों को उड़ान कुछ समय पहले ही लक्ष्य जानकारी दी गई थी और वे समझ गए क्या करने जा रहे हैं। रीयल इंटलेजिंस से यह संभव हुआ।
53 meters. That’s the distance between a @UN school and Hezbollah’s underground headquarters where Hassan Nasrallah was eliminated alongside 20+ additional terrorists.
The terrorists were in Hezbollah’s central headquarters, located in the heart of Beirut, embedded beneath… pic.twitter.com/eTor8mBGhU
— Israel Defense Forces (@IDF) September 29, 2024