नोएडा के एक्सप्रेसवे थानाक्षेत्र में कथित रूप से अपने अपहरण का स्वांग रचने वाले एक आईटी इंजीनियर को मंगलवार को उसके दो दोस्तों के साथ गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
अपर पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि एक आईटी कंपनी में इंजीनियर के रूप में काम करने वाले युवक शुभम गौर के मोबाइल फोन से उसके परिजनों को तीन दिन पूर्व फोन आया कि उसका मेवाती गैंग ने अपहरण कर लिया है तथा कथित अपहर्ताओं ने 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी।
मिश्र ने बताया कि शुभम के परिजनों ने फिरौती देने से इनकार किया तथा इसकी सूचना पुलिस को दी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने जब मामले की जांच की तो शुभम का ठिकाना हरियाणा के रेवाड़ी रेलवे स्टेशन आया और फिर वहां से पुलिस ने उसे बरामद किया।
अपर पुलिस आयुक्त ने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि शुभम ने अपने परिजनों से मोटी रकम फिरौती के रूप में वसूलने की नीयत से अपने दो साथियों–अंकित और संदीप के साथ मिलकर अपने अपहरण की झूठी कहानी रची थी।
पुलिस का कहना है कि शुभम के पिता का केबल नेटवर्क का कारोबार है, जबकि उसके चाचा का रेस्टोरेंट है और उसके दादा रजिस्ट्रार के पद से सेवानिवृत हुए हैं। वह घर में इकलौता बेटा है।
मिश्र ने बताया कि शुभम को आशा थी कि उसके परिजन उसके अगवा होने की सूचना पर फिरौती के रूप में 50 लाख की रकम दे देंगे और फिर वह इस रकम से वह मौज मस्ती करेगा।