मुंबई, अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को रुपया 73 पैसे के जोरदार उछाल के साथ 88.08 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो भारतीय रिजर्व बैंक के संभावित हस्तक्षेप और घरेलू बाजारों में तेजी के कारण लगभग चार महीनों में एक दिन के कारोबार में आई सर्वाधिक तेजी है।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता को लेकर आशावाद के कारण घरेलू बाजारों में लगभग 0.70 प्रतिशत की तेजी आई, जिसका असर अमेरिकी डॉलर-रुपये की विनिमय दर पर दिखाई दिया।
इसके अलावा, कमजोर डॉलर और कच्चे तेल की कीमतों में रातोंरात गिरावट ने भी रुपये को समर्थन दिया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में, रुपया डॉलर के मुकाबले 88.74 पर खुला और कारोबार के दौरान 88 के स्तर से नीचे चला गया और बाद में 87.93 प्रति डॉलर के उच्च स्तर को छू गया। घरेलू मुद्रा अंततः डॉलर के मुकाबले 88.08 पर बंद हुई, जो पिछले बंद भाव से 73 पैसे की बढ़त है।
मंगलवार को रुपया 13 पैसे की गिरावट के साथ डॉलर के मुकाबले 88.81 के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ था।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘‘रुपये में आज जो उल्लेखनीय तेजी आई, वह जून के बाद से सबसे बड़ी बढ़त है। यह तेजी मुख्य रूप से केंद्रीय बैंक के हस्तक्षेप, डॉलर सूचकांक में नरमी और कच्चे तेल की कम कीमतों तथा विदेशी पूंजी प्रवाह में नए सिरे से वृद्धि जैसे सहायक कारकों के कारण आई।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 98.82 पर कारोबार कर रहा था।
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.19 प्रतिशत की गिरावट के साथ 62.27 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
मिराए एसेट शेयरखान के मुद्रा एवं जिंस के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि अमेरिकी डॉलर में समग्र कमजोरी और घरेलू बाजारों में अंतर्निहित मजबूती के कारण रुपया सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में व्यापक कमजोरी और नए विदेशी निवेश से भी रुपये को समर्थन मिल सकता है। डॉलर-रुपये का हाजिर भाव 87.70 से 88.40 के बीच रहने की उम्मीद है।
घरेलू शेयर बाजार के मोर्चे पर, सेंसेक्स 575.45 अंक बढ़कर 82,605.43 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 178.05 अंक बढ़कर 25,323.55 पर पहुंच गया।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने बुधवार को 68.64 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।