अयोध्या, राममंदिर में विराजमान श्रीरामलला और सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी समेत अयोध्या के सभी मठ मंदिरों तीन फरवरी को धूमधाम से वसंत पंचमी का पर्व मनाया जाएगा। इसके साथ रंगोत्सव की शुरूआत हो जाएगी।
इस अवसर पर रामलला को बनारसी सिल्क व आंध्रा कंजीवरम की पीतांबरी धारण कराया जाएगा। मंदिर के गर्भगृह को फूलों से सजाया जाएगा। अयोध्या के मंदिरों में भगवान व भक्तों के बीच अबीर-गुलाल के साथ होली खेलने के परंपरा की शुरुआत हो लाएगी।
करीब 40 दिनों तक मठ मंदिरों में आरती पूजन के बाद भगवान को अबीर और गुलाल लगाया जाएगा। यह आयोजन होली पर्व तक चलेगा। पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास की माने तो इस दिन भगवान का सुबह स्नान के बाद सुंदर नए वस्त्र पहनाए जाते हैं। आरती पूजन के बाद उन्हें अबीर गुलाल भी लगाया जाता है। मौके पर विशेष व्यंजनों का भोग भी लगाया जाएगा। जिसमें खीर, पूड़ी, मेवा, फल और अन्य व्यंजन शामिल होंगे।