मेरठ जिले के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में रोहटा रोड पर आदर्श कॉलोनी के बाहर स्थित कथित मजार पर हनुमान मंदिर की स्थापना को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद जिलाधिकारी दीपक मीणा ने मामले की जांच के आदेश दिये हैं। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
मौजूदा स्थिति के मद्देनजर घटनास्थल पर पुलिस बल तैनात किया गया है। मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ विपिन टांडा ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में इस बात से इंकार किया कि जिस सार्वजनिक जगह पर हनुमान जी की मूर्ति स्थापित की गई है, वहां कोई मजार है। उन्होंने बताया कि वहां मजार नहीं, बल्कि खाली कमरा था।
उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी मेरठ द्वारा पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) और उपजिलाधिकारी (एसडीएम) को इस मामले की जांच सौंपी गई है कि वहां पर क्या था। जांच कमेटी से सात दिन में रिपोर्ट मांगी गई है।
एसएसपी ने कहा कि जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल वहां एहतियात के तौर पर पुलिस बल तैनात कर यथास्थिति बरकरार कर दी गई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार शहर के कंकरखेड़ा में रोहटा रोड पर आदर्श कॉलोनी के बाहर एक छोटा कमरा है, जिसको कुछ लोग मजार होने का दावा कर रहे हैं। उन लोगों ने आरोप लगाया है कि इस मजार पर कुछ लोगों ने भगवान हनुमान की मूर्ति रख दी। इसके बाद विधिवत पूजा-पाठ किया गया और हनुमान जी की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा शुरू की गई।
शुक्रवार को जब इस घटना से जुड़े वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर सार्वजनिक हुईं तो पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया।
सीओ दौराला सुचिता सिंह भी मौके पर पहुंची और लोगों से इस संबंध में पूछताछ की। पुलिस ने आस-पास के तमाम सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली है।