अयोध्या, रूदौली नगर के मोहल्ला ख़्वाजहाल में सुनहरी मस्जिद के निकट रुदौली यूथ वेलफेयर सोसायटी की जानिब से जलसए सीरतुन नबी व इस्लाहे मुआशरे का आयोजन किया गया।
जलसे में महमाने खुसूसी मौलाना कफील अशरफ ने अपने बयान में कहा कि नबी को अल्लाह ने आलम के लिए रहमत बना कर भेजा है अल्लाह के नबी दुनिया को बताया कि बेटियों को दफन नही करना है बेटियां अल्लाह की रहमत है लोगो को दीन के इतिहास की भी जानकारी रखना बहुत ज़रूरी है।
उन्होंने कहा कि आपसे आपके अखलाक के बारे सवाल किया जाएगा। दूसरे से नही अपनी फिक्र करने की ज़रूरत है दुसरो की नही, जिसके शर से उसका पड़ौसी महफूज़ नही वो जन्नत में नही जाएगा।
अल्लाह के नबी के बताये रास्ते पर चलने की ज़रूरत है जिससे दुनिया और आख़िरत दोनों सवर जाएगी। मौलाना अरशद कसमी ने कहा कि अल्लाह के रसूल के दुनिया मे आने का मकसद ही अखलाक को मुकम्मल करना था अल्लाह के रसूल ने फरमाया है की अपनो के साथ साथ गैरो के साथ भी सिला रहमी करनी चाहिए।
मौलाना कामिल नदवी ने फरमाया की मसलकी झगड़ो में नही पड़ना है हमे आने वाली नस्लो के बारे में सोचना है कि उनको हम कैसा दीन दे कर जा रहे है। नबी ने हमे जीने का जो तरीका सिखाया है, उस पर अमल करने की ज़रूरत है।
मौलाना हारिस ने फरमाया की इस्लाम मे ये नही है की पूरा घर बन जाने के बाद जब सीढ़ी और छज्जा निकलना हो तो आप रोड पर कब्जा करो।
हम इन सब चीजो से बचने की ज़रूरत है अशफाक बहराइची ने नबी की शान में नात पढ़ी।
इस मौके पर कमेटी के सदर कामरान अली, हाफिज जलीस, हाफिज अब्दुल मन्नान, हाफिज शारिक, हाफिज असजद सहित तमाम लोग मौजूद रहे ।