अलीगढ़ में कई पुरुषों को ‘जल्दबाजी’ में की गयी शादियों का खामियाजा ठीक एक रात बाद उठाना पड़ा। कई पुरुषों ने पुलिस से लूटे जाने और उनकी नई दुल्हनों के गायब होने की शिकायत की।
अधिकारियों और स्थानीय प्रतिनिधियों ने सोमवार को बताया कि अलीगढ़ में एक दर्जन से ज्यादा पुरुषों को विवाह कराने वाले एक गिरोह ने कथित तौर पर ठगा है।
इन दूल्हों से विवाह करने वाली दुल्हनें सिर्फ एक रात बिताने के बाद गहने और नकदी लेकर गायब हो जाती हैं। अलीगढ़ की पूर्व महापौर शकुंतला भारती के अनुसार, कई पुरुषों ने उनसे संपर्क कर दावा किया कि उन्हें विवाह कराने वाले एक गिरोह ने ठगा है।
उन्होंने बताया कि मुकेश गुप्ता नाम के एक स्थानीय व्यक्ति के नेतृत्व में यह गिरोह प्रति विवाह लगभग 1.25 लाख रुपये कथित रूप से वसूलता था।
भारती ने कहा, “दूल्हों से सोशल मीडिया और फोन कॉल के जरिए संपर्क किया जाता था और उनसे विवाह कराने की बात कही जाती थीं। शादियां जल्दबाजी में की जाती थीं, कभी मंदिरों में, कभी घरों में या छोटे हॉल में, अक्सर करवा चौथ के आसपास। उन्होंने बताया कि कई पीड़ित जिले के ग्रामीण इलाकों से थे।
पूर्व महापौर ने बताया कि दुल्हनें कीमती सामान लेकर भागने से पहले सुबह तक इंतजार करती थीं और इनमें से ज्यादातर बिहार व उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों की होती थीं।
भारती ने बताया कि कई मामलों में दूल्हे शादी से पहले ही ऑनलाइन भुगतान के जरिए लगभग 60,000 रुपये दे देते थे।
पुलिस ने बताया कि भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है।
इस बीच, पूर्व महापौर भारती ने दावा किया कि कई पीड़ित शर्मिंदगी के कारण पुलिस से संपर्क करने में हिचकिचाते हैं और उन्होंने अधिकारियों से इस गिरोह पर स्वतः संज्ञान लेने का आग्रह किया।