कन्नौज जिले के गुरसहायगंज क्षेत्र में रविवार को दबिश देने गई पुलिस की कथित लापरवाही से एक युवक के नदी में डूब जाने के मामले में तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने सोमवार को बताया कि विगत 10 जनवरी को एक नाबालिग किशोरी को बहला-फुसलाकर साथ ले जाने के सम्बन्ध में रिपोर्ट दर्ज करायी गयी थी। गुरसहायगंज क्षेत्र के देवीपुरवा गांव निवासी कमलेश कुमार के बड़े बेटे किशनपाल की तलाश में पुलिस रविवार को उसके घर पहुंची थी।
कुमार के अनुसार, घर में किशनपाल का छोटा भाई रामजीत मिला। पुलिस तफ्तीश के लिये रामजीत को लेकर उसके खेत पहुंची। वहां काम कर रहे उसके भाई धर्मवीर ने पुलिस को देखते ही काली नदी में छलांग लगा दी। एसडीआरएफ की टीम लगातार युवक की तलाश में जुटी है।
प्रदेश के समाज कल्याण राज्यमंत्री असीम अरुण ने कहा कि सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इसके बाद पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने गुरसहायगंज कोतवाली प्रभारी आलोक कुमार दुबे, नौरंगपुर चौकी प्रभारी हरीश कुमार और सिपाही रवींद्र को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
कुमार ने बताया कि धर्मवीर के परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस शक के आधार पर किशनपाल को गिरफ्तार करने आई थी लेकिन जब वह नहीं मिला तो पुलिस ने उसके भाई धर्मवीर को पकड़ने की कोशिश की। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।