ओस्लो (नॉर्वे), वेनेजुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो को इस साल के नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
नॉर्वे की नोबेल समिति के अध्यक्ष जॉर्गन वात्ने फ्रिडनेस ने कहा कि वेनेजुएला में राष्ट्रपति पद की विपक्ष की उम्मीदवार रहीं मारिया कोरिना मचाडो ‘‘कभी गहन तौर पर विभाजित रहे विपक्ष को एकजुट करने वाली प्रमुख शख्सियत हैं। एक ऐसा विपक्ष जिसने स्वतंत्र चुनाव और प्रतिनिधि सरकार की मांग को समान रूप से उठाया।
मारिया कोरिना मचाडो वेनेज़ुएला की एक प्रमुख विपक्षी नेता हैं और “वेन्ते वेनेज़ुएला” नामक पार्टी की संस्थापक हैं। वह कई वर्षों से वेनेज़ुएला में लोकतांत्रिक मूल्यों की बहाली के लिए अभियान चला रही हैं। 2010 में वे संसद सदस्य बनी थीं और उसके बाद से लगातार सत्तावादी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाती रही हैं।
मचाडो ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन, अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने और सामाजिक जागरूकता फैलाने के माध्यम से वेनेज़ुएला के नागरिकों को लोकतंत्र के लिए एकजुट किया। उनका मानना है कि न्याय, स्वतंत्रता और मानवाधिकार हर नागरिक का जन्मसिद्ध अधिकार है।
In the past year, #NobelPeacePrize laureate Maria Corina Machado has been forced to live in hiding. Despite serious threats against her life she has remained in the country, a choice that has inspired millions of people.
When authoritarians seize power, it is crucial to… pic.twitter.com/GA3C7asz4Y
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 10, 2025
विशेषज्ञों का कहना है कि समिति आमतौर पर दीर्घकालिक शांति, अंतरराष्ट्रीय बंधुत्व को बढ़ावा देने और उन संस्थानों के कार्यों पर ध्यान केंद्रित करती है जो इन लक्ष्यों को मजबूत करते हैं।
नोबेल शांति पुरस्कार एकमात्र पुरस्कार है जो ओस्लो, नॉर्वे में प्रदान किया जाता है।
इससे पहले चिकित्सा, भौतिकी, रसायन विज्ञान और साहित्य के क्षेत्र में 2025 के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा पिछले दिनों स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में की जा चुकी है। अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार विजेता का नाम सोमवार को घोषित किया जाएगा।