लखनऊ, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को तंज करते हुए कहा कि उन्होंने अपने तीन विधायकों को पार्टी से निष्कासित करके उनके मंत्री बनने में सामने आ रहे ‘टेक्निकल इशू’ (तकनीकी बाधा) को दूर कर दिया है।
यादव ने कहा कि जब वे मंत्री बन जाएंगे तो वह बाकी बागी विधायकों को भी निकालकर उनकी भी बाधा दूर कर देंगे।
यादव ने सपा प्रदेश मुख्यालय पर संवाददाताओं से बातचीत में पार्टी के तीन बागी विधायकों को निष्कासित किये जाने के सवाल पर तंज भरे अंदाज में कहा, ”असल में उनके सामने एक ‘टेक्निकल इशू’ था।
हमारे विधायक होने की वजह से वे मंत्री नहीं बन पा रहे थे। हमने उस ‘टेक्निकल इश्यू’ का समाधान किया है। अब वे मंत्री बन सकते हैं।”
उन्होंने कहा, ”अब आप पूछोगे कि हमने तीन (बागी विधायक) निकाले, बाकी क्यों नहीं निकाले? सबको मंत्री बनना था और सबको आश्वासन मिला था। हमने तीन को निकालकर ‘टेक्निकल इश्यू’ का समाधान किया है। अब वे मंत्री बन सकते हैं। जब यह तीन मंत्री बन जाएंगे तो बाकियों का भी ‘टेक्निकल इशू’ हम ‘रिजॉल्व’ (हल) कर देंगे, मंत्री बनने के लिए।
अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जिम्मेदारी है कि इन्हें (सोमवार को निष्कासित विधायकों को) जल्दी मंत्री बनाएं, तो बाकी लोगों को जब हम हटाएं तो वे भी मंत्री बन जाएं।
सपा के तीन बागी विधायकों अभय सिंह, राकेश प्रताप सिंह और मनोज कुमार पांडेय को सोमवार को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। गोसाईगंज से सपा विधायक अभय सिंह, गौरीगंज से पार्टी विधायक राकेश प्रताप सिंह और ऊंचाहार से विधायक मनोज कुमार पांडेय ने पिछले साल फरवरी में हुए राज्यसभा चुनाव में कथित तौर पर दल से बगावत करते हुए सत्तारूढ़ (भाजपा) के पक्ष में वोट किया था।
इसके अलावा राकेश पांडेय, विनोद चतुर्वेदी, पूजा पाल और आशुतोष मौर्य ने कथित तौर पर भाजपा के पक्ष में ‘क्रॉस वोटिंग’ की थी। इनके अलावा पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की विधायक पत्नी महाराजी देवी मतदान से अनुपस्थित रही थीं। हालांकि पार्टी ने अभी तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।