मुजफ्फरनगर जिले के रामराज थाने के अंतर्गत लालपुर गांव में मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में रविवार को चुनावी सभा के लिए कथित तौर पर सरकारी भवन का इस्तेमाल करने पर पूर्व सांसद कादिर राणा समेत 25 लोगों के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पुलिस क्षेत्राधिकारी (जानसठ) यतेंद्र सिंह नागर ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने 10 नामजद समेत 25 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन नामजद 10 लोगों में कादिर राणा भी शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने प्रत्याशियों को घर-घर जाकर प्रचार करने की अनुमति दी है, लेकिन पूर्व सांसद कादिर राणा और अन्य ने पंचायत घर में बैठक की और सरकारी भवन का इस्तेमाल किया।
मुजफ्फरनगर से 2009 से 2014 तक बसपा के सांसद रहे कादिर राणा अपनी पुत्रवधू और समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी सुम्बुल राणा के लिए चुनावी सभा कर रहे थे। मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए कादिर राणा और अन्य पर यह दूसरा मामला दर्ज किया गया है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इससे पहले राणा सहित 30 से अधिक लोगों पर मीरापुर विधानसभा उपचुनाव के लिए लागू आदर्श आचार संहिता का कथित उल्लंघन कर मुजफ्फरनगर के चूहापुर गांव में (4 नवंबर को) चुनावी सभा करने को लेकर मामला दर्ज किया गया था।
मीरापुर से 11 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं और यहां पर 20 नवंबर को मतदान होगा।
मीरापुर में उपचुनाव की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि यहां के मौजूदा विधायक रालोद के चंदन चौहान बिजनौर से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं।
उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीट पर उपचुनाव होंगे। ये हैं अंबेडकर नगर में कटेहरी, मैनपुरी में करहल, मुजफ्फरनगर में मीरापुर, गाजियाबाद, मिर्जापुर में मझवां, कानपुर शहर में सीसामऊ, अलीगढ़ में खैर, प्रयागराज में फूलपुर और मुरादाबाद में कुंदरकी।
इनमें से आठ सीट विधायकों के लोकसभा के लिए निर्वाचित होने की वजह से खाली हुई हैं। सीसामऊ सीट पर उपचुनाव इसलिए हो रहा है क्योंकि समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी को आपराधिक मामले में दोषी ठहराया गया है।