भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कर्नाटक में कथित घोटालों और पश्चिम बंगाल में एक चिकित्सक के बलात्कार एवं हत्या के मामले की पृष्ठभूमि में शुक्रवार को विपक्षी दलों पर ताजा हमला करते हुए दावा किया कि कांग्रेस और ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दल अपने शासन वाले राज्यों में भ्रष्टाचारियों और बलात्कारियों के संरक्षक बन गए हैं।
भाजपा मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ‘आग फैलेगी’ वाले बयान की आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ में काफी हद तक प्रवेश कर गया है।
उन्होंने कहा कि इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव देश को आग लगाने की धमकी दे चुके हैं।
शुक्ला ने कहा, ‘‘कांग्रेस और ‘इंडिया’ गठबंधन सरकारें भ्रष्टाचार, अनैतिक कृत्यों और बलात्कार में लिप्त लोगों की संरक्षक बन गई हैं। ममता बनर्जी ने बंगाल में आम लोगों और छात्रों को धमकाया। उन्होंने कहा कि यह आग ओडिशा, असम और पूर्वोत्तर से होते हुए दिल्ली पहुंचेगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि ‘इंडिया’ गठबंधन देश को जलाने का इरादा रखता है।
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी पहले ही देश को आग लगाने की धमकी दे चुके हैं। लोकसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव ने भी देश को आग लगाने की धमकी दी थी…‘इंडिया’ गठबंधन के ये नेता भ्रष्टाचारियों और बलात्कारियों को बचाने के लिए बार-बार देश में आग लगाने की बात कर रहे हैं। इससे साफ पता चलता है कि टुकड़े-टुकड़े गैंग ने उनमें गहरी पैठ बना ली है।
भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कर्नाटक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के परिवार को पांच एकड़ जमीन आवंटित करने में ‘घोटाले’ का आरोप लगाया और मामले की सीबीआई से जांच की मांग की।
उन्होंने कहा, ‘‘कर्नाटक सरकार के समाज कल्याण विभाग ने सामाजिक कल्याण परियोजना के लिए यह जमीन मांगी थी लेकिन मल्लिकार्जुन खरगे को दे दी गई। जमीन को बिना ई-नीलामी के आवंटित कर दिया गया। यदि भूमि का आवंटन ई-नीलामी से किया जाता तो सरकार को 15 से 20 करोड़ रुपये का राजस्व मिलता।
उन्होंने कहा, ‘‘कर्नाटक सरकार के पास परिवहन विभाग के कर्मचारियों का वेतन देने के लिए पैसा नहीं है लेकिन उसके पास कांग्रेस अध्यक्ष पर खर्च करने के लिए 15-20 करोड़ रुपये हैं। उन्होंने मामले की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की मांग की।
शुक्ला ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर भी निशाना साधा और कहा कि जहां भी कांग्रेस पार्टी सत्ता में आती है, वह अपने साथ जनता के लिए परेशानी भी लेकर आती है।
सुक्खू ने बृहस्पतिवार को राज्य की ‘गंभीर वित्तीय स्थिति’ का हवाला देते हुए घोषणा की थी कि वह, उनके मंत्री, मुख्य संसदीय सचिव और बोर्डों और निगमों के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दो महीने के लिए अपने वेतन और भत्ते नहीं लेंगे।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा में यह घोषणा की और सदन के अन्य सदस्यों से भी इसका पालन करने का आग्रह किया। शुक्ला ने कहा, ‘‘नौ पहाड़ी राज्यों में हिमाचल प्रदेश सबसे ज्यादा आर्थिक संकट से प्रभावित है। कांग्रेस जहां भी जाती है, अपने साथ दुख लेकर आती है।
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी कहा करते थे कि लोगों के खातों में खटाखट पैसा जाएगा। पैसा खटाखट नहीं आया, हालांकि दिवालियापन फटाफट आ गया।
भाजपा नेता ने दिल्ली के कथित आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मामलों में उच्चतम न्यायालय द्वारा भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के. कविता को जमानत दिए जाने पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी की टिप्पणी की निंदा की और मांग की कि कांग्रेस को इस अपमान के लिए ‘सभी संवैधानिक संस्थाओं’ से माफी मांगनी चाहिए।
रेड्डी ने मंगलवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा था कि विधान परिषद सदस्य कविता को पांच महीने में जमानत मिल जाना संदेह के घेरे में है क्योंकि आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया को 15 महीने बाद जमानत मिली और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अब तक जमानत नहीं मिली है।
उच्चतम न्यायालय ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री की टिप्पणियों पर बृहस्पतिवार को कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि इस तरह के बयानों से लोगों के मन में आशंकाएं पैदा हो सकती हैं।