श्रावण मास के दूसरे सोमवार के अवसर पर उत्तर प्रदेश के शिव मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया।
श्रावण महीने के इस खास दिन को मनाने के लिए श्रद्धालुओं ने वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर, अयोध्या के सिद्धनाथ मंदिर और प्रयागराज के शिव मंदिर में पूजा-अर्चना की।
वाराणसी में श्रद्धालु निशांत मिश्रा ने कहा, ”श्रावण बहुत ही पवित्र महीना है। इस दौरान श्रद्धालु शिव मंदिर में पहुंच कर जलाभिषेक करते हैं। उन्होंने बताया कि यह ज्योतिर्लिंगों में से एक है इसलिए इसका महत्व अन्य ज्योतिर्लिंगों के समान ही है।
भगवान भोलेनाथ को जल चढ़ाने के लिए सुबह से ही पवित्र नगरी अयोध्या में सिद्धपीठ नागेश्वर नाथ मंदिर में बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए। उन्होंने प्रशासन द्वारा भीड़ को नियंत्रित करने के लिए किए गए प्रबंधों की सराहना की।
एक श्रद्धालु ने कहा, ”भीड़ बहुत है, लेकिन प्रबंधन बहुत अच्छा है। ऐसा लग रहा था कि पूजा-अर्चना करना मुश्किल होगा लेकिन प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बहुत अच्छे प्रबंध किए है।
प्रयागराज में भी भक्तों ने शहर भर के शिव मंदिरों में भगवान भोले शंकर को जल चढ़ाया। मनकामेश्वर महादेव मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था के लिए बैरिकेड्स लगाए गए हैं और पुलिस बल तैनात किया गया है।
भक्त अंजू जायसवाल ने कहा, ”श्री मनकामेश्वर मंदिर में दर्शन करने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। आज श्रावण का दूसरा सोमवार है इसलिए लंबी कतार लगी हुई है। यहां सभी की मनोकामनाएं पूरी होती हैं, खासकर जो सच्चे मन से आते हैं। यहां भोलेनाथ विराजमान हैं।”
गाजियाबाद के दूधेश्वरनाथ महादेव मंदिर में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने और भगवान शिव का आशीर्वाद लेने के लिए उमड़े। श्रावण मास 22 जुलाई से शुरू हो गया है और शिवरात्रि दो अगस्त को मनाई जाएगी। इस दौरान श्रद्धालु प्रत्येक सोमवार को शिव मंदिरों में जलाभिषेक करते हैं।