गोंडा जिले में समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता की हत्या से गुस्साएं लोगों ने शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार, परसपुर कस्बे के राजा टोला इलाके के रहने वाले सपा नेता ओम प्रकाश सिंह (45) की शुक्रवार दोपहर बाद उनके घर में घुसकर धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी।
पुलिस ने बताया कि देर रात पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया लेकिन परिजनों ने नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी होने तक शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया।
परिजनों का कहना था कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक वह अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। परिजनों ने शव परसपुर कस्बे में सड़क पर रखकर जाम लगा दिया।
सपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह सहित कई नेता मौके पर पहुंचे और मामले में निष्पक्ष एवं त्वरित कार्रवाई की मांग की।
अपर पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी) राधेश्याम राय व कर्नलगंज के पुलिस क्षेत्राधिकारी चन्द्रपाल शर्मा तत्काल मौके पर पहुंचे और कार्रवाई का आश्वासन देकर परिजनों को दाह संस्कार के लिए राजी किया। इलाके में तनाव को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गयी है।
ओमप्रकाश सिंह की पत्नी नीलम सिंह की तहरीर पर परसपुर नगर पंचायत के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सभासद उदयभान सिंह उर्फ लल्लन सिंह व उनके तीन बेटों समेत पांच आरोपियों के खिलाफ स्थानीय थाने में हत्या की नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है।
परसपुर थानाध्यक्ष दिनेश सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दबिश दी जा रही है।
ओमप्रकाश सिंह ने नगर पंचायत चुनाव में सपा के चुनाव चिह्व पर सभासद का चुनाव लड़ा था हालांकि वह अपने प्रतिद्वंदी और भाजपा प्रत्याशी उदयभान सिंह उर्फ लल्लन सिंह से हार गए थे।
मृतक की पत्नी नीलम सिंह ने आरोप लगाया कि उदयभान सिंह और उनके परिजन इस घटना से पहले भी दो बार उनके परिजनों पर हमला कर चुके थे।
नीलम ने कहा कि उनके पति और बेटे की पिटाई भी की गई थी लेकिन शिकायत के बावजूद राजनीतिक दबाव में स्थानीय पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।