अयोध्या, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और जनरल वीके सिंह (सेवानिवृत्त) ने अयोध्या पहुँच कर श्री रामलला के दर्शन और पूजन किये तथा हनुमानगढ़ी मंदिर में भी पूजा अर्चना की। इसके बाद सभी ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण स्थल पर पहुंचकर निर्माण कार्य का जायजा लिया। मुख्यमंत्री योगी का यह सप्ताह भर के अंदर अयोध्या का दूसरा दौरा था।
हम आपको बता दें कि अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए लोगों को निमंत्रण कार्ड भेजे जाने शुरू हो चुके हैं। योगी सरकार प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भव्य और ऐतिहासिक बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। राज्य सरकार ने तय किया है कि 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर के लोकार्पण के अवसर को उत्सव के रूप में मनाया जायेगा और मकर संक्रांति से 22 जनवरी तक राज्य के सभी प्रतिष्ठित मंदिर एवं मठों में अखण्ड रामायण, रामचरितमानस तथा हनुमान चालीसा के पाठ का आयोजन होगा। प्रदेश का संस्कृति विभाग इसके लिए आवश्यक तैयारी कर रहा है।
इसके लिए 175 करोड़ रुपये से अधिक विभिन्न विकास परियोजनाओं के लिए रखा गया है। योगी सरकार ने अयोध्या संरक्षण और विकास निधि के लिए 50 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। ‘रामोत्सव’ 2023-24 के लिए 100 करोड़ रुपये और अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय रामायण और वैदिक अनुसंधान संस्थान के विकास और विस्तार के लिए 25 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
बता दें कि अयोध्या में बन रहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का काम भी काफी हद तक हो चुका है। माना जा रहा है कि यहां से जल्द ही विमान सेवाएं शुरू हो सकती हैं। केंद्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हवाई अड्डे के निर्माण की प्रगति का जायजा लेने के बाद कार्य प्रगति की समीक्षा भी की। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे।
बाद में संवाददाताओं से बातचीत में सिंधिया ने कहा कि हवाई अड्डे का कार्य प्रगति पर चल रहा है और जैसा कि प्रधानमंत्री जी की सोच है कि जब किसी हवाई अड्डे पर कोई देसी या विदेशी यात्री आये तो वहां पर वह उस शहर की सांस्कृतिक क्षमताओं को जाने इसलिए उसी के अनुरूप अयोध्या का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा विकसित किया जा रहा है।