अयोध्या ज़िला प्रशासन ने निर्देश दिया है कि जो समाचार चैनल पांच अगस्त को होने वाले राम मंदिर के भूमि पूजन को कवर करना चाहते हैं, उन्हें लिखित में देना होगा कि वो किसी डिबेट के लिए “विवादित पक्षकार” को नहीं बुलाएंगे. साथ ही उन्हें ये भी सुनिश्चित करना होगा कि वो किसी धर्म, समुदाय या किसी व्यक्ति विशेष पर टिप्पणी नहीं करेंगे.
अंडरटेकिंग का जो फॉरमेट ज़िला प्रशासन ने तैयार किया है, उसके मुताबिक़, अगर टीवी चैनल की वजह से कोई लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बनती है तो उन चैनलों के प्रमुखों को इसका ज़िम्मेदार ठहराया जाएगा.
इस अंडरटेकिंग पर मीडिया हाउस के प्रमुखों को हस्ताक्षर करना होगा, जिसपर लिखा है, “क़ानून व्यवस्था को बनाए रखा जाएगा तथा अगर किसी प्रकार से कोई गड़बड़ी होगी तो इसकी ज़िम्मेदारी मेरी व्यक्तिगत रूप से होगी.”
न्यूज़ चैनलों को जो फॉरमेट भेजा गया है, उसमें नौ बिंदु हैं, जिसमें ये भी शामिल है कि कार्यक्रम के लिए कोई सार्वजनिक जगह ना चुनें, बल्कि कार्यक्रम प्राइवेट इंडोर स्पेस में किया जाए.
इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखने के लिए कहा गया है. साथ ही पैनल में शामिल लोगों के अलावा कोई दर्शक या भीड़ ना हो.
उप निदेशक, सूचना, मुरलीधर सिंह ने कहा, “मीडिया को कार्यक्रम कवर करने में कोई दिक़्क़त नहीं होगी, सारी तैयारियां कर ली गई हैं. अलग से मीडिया सेंटर और लाइव कास्ट बनाया गया है. लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने के लिए और कोविड को देखते हुए न्यूज़ चैनलों को पहले से अनुमति लेनी होगी और सुनिश्चित करना होगा कि भीड़ इकट्ठा ना हो. कोई विवादित बयान नहीं होने चाहिए और सही प्रोटोकॉल का पालन करना होगा.”