पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी पुलिस आयुक्तालय के अधिकारियों को दैनिक उपभोग व भोजन में कच्चे सरसों के तेल का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया गया है, क्योंकि इसे एक शीर्ष अधिकारी ने कोविड-19 (कोरोनावायरस) महामारी से लड़ने के लिए नया हथियार बताया है। जानें, किस तरह से सरसों का तेल हो सकता है कोरोना काल में सेहत के लिए फायदेमंद…
सरसों तेल (Mustard oil) का इस्तेमाल हर घर में होता है। वर्षों से इस तेल को मालिश करने, भोजन बनाने, बालों को मजबूत बनाने में किया जा रहा है। क्या सरसों का तेल कोरोना के खिलाफ भी लड़ने में कारगर है? दरअसल, पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी पुलिस आयुक्तालय के अधिकारियों को दैनिक उपभोग व भोजन में कच्चे सरसों के तेल का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया गया है, क्योंकि इसे एक शीर्ष अधिकारी ने कोविड-19 (कोरोनावायरस) महामारी से लड़ने के लिए एक नया हथियार बताया है।
पुलिसकर्मी इस्तेमाल कर रहे हैं सरसों का तेल
पुलिसकर्मियों को अपने विभिन्न दैनिक उपयोगों में सरसों के तेल का इस्तेमाल बढ़ाने के लिए कहा गया है। उन्हें सब्जी, आलू का चोखा (मसालेदार मसला हुआ आलू) और सलाद में मिलाकर खाने के लिए कहा गया है। साथ ही, घर से बाहर निकलने से पहले सरसों तेल को नथुने में डालने को भी कहा गया है। टिफिन, दोपहर के भोजन, पुलिस कैंटीन में रात के खाने में सरसों का तेल इस्तेमाल कर रहे हैं।
भोजन में करें कच्चा सरसों तेल का इस्तेमाल
सिलीगुड़ी के पुलिस आयुक्त त्रिपुरारी अथर्व द्वारा जारी एक निर्देश में सभी अधिकारियों से कहा गया है कि कोरोनावायरस से लड़ने के लिए वे अपने भोजन में कच्चा सरसों तेल का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें। वहां के उपायुक्त (मुख्यालय) नीमा नोरबू भाटिया ने कहा, “यह निर्देश सिलीगुड़ी पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र में पुलिसकर्मियों की स्वास्थ्य स्थिति को ध्यान में रखते हुए जारी किया गया है। यह हमारे फ्रंटलाइन कोविड वॉरियर की सुरक्षा के लिए है। यह वास्तव में प्रभावी उपाय साबित हो रहा है।
सरसों के तेल के फायदे
1 सूत्रों ने कहा कि निर्देश सिलीगुड़ी आयुक्तालय क्षेत्र के अंतर्गत सभी पुलिस स्टेशनों के बीच सर्कुलेट किया गया है। इसमें कहा गया है कि कोविड-19 महामारी की स्थिति में कच्चे सरसों के तेल का सेवन स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। सरसों का तेल सेहत के लिए कई अन्य तरह से फायदेमंद होता है। यह बालों के साथ ही त्वचा के लिए भी काफी कारगर माना गया है।
2 अस्थमा रोगियों के लिए सरसों के तेल काफी हेल्दी होता है। इसमें मौजूद मैग्नीशियम, सेलेनियम अस्थमा रोगियों के लिए एक बेहतरीन प्राकृतिक उपचार है। अस्थमा का अटैक आने पर सरसों के तेल से छाती में मालिश करने से आराम मिलता है।
3 कान की तकलीफ हो या बाल गिरने की समस्या, हर तरह से लाभ पहुंचाता है सरसों का तेल। अक्सर बच्चों को कान में दर्द की समस्या होती है। जब भी किसी के कान में दर्द हो, तो सरसों तेल की दो-तीन बूंद कान में डालने से दर्द से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा सरसों के तेल में लहसुन डालकर गर्म कर के भी कान में डाला जा सकता है।
4 सरसों का तेल दिल की बीमारी से भी बचाता है। आवश्यक फैटी एसिड के अनुपात को संतुलित करता है। भोजन बनाते समय इस तेल का इस्तेमाल अधिक करने से दिल की बीमारी के जोखिम को लगभग 70 फीसदी तक कम किया जा सकता है। भारत में मिलने वाले सरसों के तेल में कुछ ऐसे प्राकृतिक तत्व पाए जाते हैं, जो दिल की बीमारियों के खतरे को कम करते हैं।