यूपी में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 17194 पहुंचा, 6237 संक्रिय मामले
कोरोना वायरस महामारी के चेन को तोड़ने के लिए तमाम प्रयास हो रहे हैं, इसके बावजूद इसकी रफ्तार धीमी नहीं पड़ रही है। बीते 24 घंटे में 592 नए केस मिले। इसके साथ कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 17194 पहुंच गया है। वहीं, 22 की जान गई। अब तक 592 मरीजों की मौत हो चुकी है। राहत की बात है कि 374 मरीज स्वस्थ्य हुए। अब तक कुल 10369 मरीज स्वस्थ्य हो गए हैं। यानी 60 फीसदी मरीज ठीक हो चुके हैं। वहीं, प्रदेश सरकार ने बिना लक्षण वाले मरीजों के लिए नई डिस्चार्ज पॉलिसी बनाई है। अब बिना लक्षण वाले मरीज 10 दिन में डिस्चार्ज कर दिए जाएंगे। इसके अलावा निजी अस्पतालों में इलाज की दरें निर्धारित की गई हैं।
यहां मिले 592 नए मरीज
हापुड़ में 65, कानपुर नगर में 55, नोएडा में 41, गाजियाबाद में 40, लखनऊ में 23, मेरठ में 20, जौनपुर, अलीगढ़ में 16-16, मुरादाबाद, रामपुर, संतकबीरनगर में 14-14, मथुरा, शामली में 13-13, वाराणसी, जालौन, बुलंदशहर, गाजीपुर में 11-11, कन्नौज, कुशीनगर में 10-10, आगरा, अमेठी, प्रयागराज, मुजफ्फरनगर में 9-9, हरदोई, औरैया में 8-8, गोरखपुर, बदायूं में 7-7, आजमगढ़, अमरोहा, एटा, झांसी, बिजनौर में 6-6, रायबरेली, फर्रुखाबाद, महोबा में 5-5, सहारनपुर, बाराबंकी, गोंडा, शाहजहांपुर में 4-4, फिरोजाबाद, इटावा, फतेहपुर, मिर्जापुर, भदोही, चंदौली में 3-3, सिद्धार्थनगर, संभल, सीतापुर, प्रतापगढ़, बरेली, कानपुर देहात में 2-2, देवरिया, उन्नाव, बागपत, श्रावस्ती, बांदा, हाथरस, पीलीभीत, मैनपुरी में एक-एक मरीज मिला।
रैंडम टेस्टिंग में 65 मिले पाजिटिव
उत्तर प्रदेश में मलिन बस्तियों में रैंडम टेस्टिंग भी हो रही है। प्रदेशभर में मलिन बस्तियों में रहने वाले 65 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। स्वास्थ्य विभाग ने 3,475 सैंपल की जांच की थी। यह मात्र 1.87 फीसदी है। 75 जिलों में से 58 जिलों में कोई संक्रमण नहीं पाया गया। जिन 17 जिलों में संक्रमित लोग मिले हैं, वहां कांटेक्ट ट्रेसिंग का काम तेज कर दिया गया है।
अब बिना लक्षण वाले मरीज 10 दिन में डिस्चार्ज होंगे
स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना मरीजों के लिए नई गाडलाइन बनाई है। अब बिना लक्षण वाले मरीजों को 10 दिन में डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। नई डिस्चार्ज पॉलिसी के तहत अगर बिना लक्षण वाले संक्रमित मरीजों में 10 दिनों तक कोई लक्षण नहीं दिखाई देता है तो ऐसे मरीजों को बिना जांच करवाए डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। इसके बाद सात दिन होम क्वारैंटाइन में रहना होगा। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, ऐसे मरीज किसी को संक्रमित नहीं करते हैं।