विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के स्वायत्त निकाय नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन, इंडिया (एनआईएफ) ने हाल ही में आम लोगों के द्वारा बनाए दो अभिनव कीटाणुशोधन समाधानों को समर्थन दिया है जिन्हें एनआईएफ ने अपने चैलेंज कोविड-19 कॉम्पिटिशन (सी3) की प्रतिक्रिया के रूप में प्राप्त किया था।
इस अभियान के तहत हाल ही में समर्थित इन नवीन समाधानों में से एक तो वाहन कीटाणुशोधक कक्ष है और दूसरा, पैर से संचालित होने वाला हाइट एडजस्टेबल हैंड फ्री सेनिटाइज़र डिस्पेंसर स्टैंड है।
वाहन कीटाणुनाशक कक्ष वाहनों को स्वचालित रूप से कीटाणुरहित करने का एक उपाय है, जो बिना किसी खास कोशिश के और बहुत कम समय में किसी वाहन के कीटाणुशोधन की प्रक्रिया को पूरा करके इसमें लगने वाले समय और ऊर्जा को कम कर देता है। इसमें फ्रेम, टैंक, मोटर, एमसीबी बोर्ड, एग्रोनेट, नोज़ल, वाल्व, पाइप और फिटिंग शामिल हैं और ये एसी मोटर तकनीक का उपयोग करके कीटाणुनाशक तरल के छिड़काव के सिद्धांत पर काम करता है। इसे राज्य सीमा / चेकपोस्ट पर आसानी से तैनात किया जा सकता है, जो किसी राज्य में वाहनों का प्रवेश बिंदु होते हैं। इसे सिक्किम राज्य में दो चेकपोस्टों में पहले से स्थापित किया जा चुका है – पूर्वी सिक्किम का रंगपो चेकपोस्ट और दक्षिण सिक्किम का मेली चेकपोस्ट।


ये वाहन कीटाणुनाशक कक्ष पूर्वी सिक्किम के रंगपो चेकपोस्ट में तैनात है
पैर से संचालित होने वाला हाइट एडजस्टेबल हैंड्स-फ्री सेनिटाइज़र डिस्पेंसर स्टैंड दरअसल आवासीय, वाणिज्यिक और औद्योगिक एप्लीकेशंस के लिए एक आदर्श सर्वव्यापी स्वच्छता समाधान है, जिसमें किसी को बस एक पेडल दबाने की आवश्यकता होती है, और सैनिटाइज़र उसमें से निकल आता है। इसकी ऊंचाई सैनिटाइज़र कीबोतल के आकार के अनुसार एडजस्ट होती है, और इसे स्टील एपॉक्सी पाउडर से लेपित किया गया है। इसमें बिना फिसलने वाले रबर के जूते भी लगे हैं और इसमें एक ऊंची गुणवत्ता के इलास्टिक से बना विशेष बोतल होल्डर भी है। इसे मॉल, हवाई अड्डों, सिनेमाघरों, बैंकों, व्यापारिक पार्कों, कारखानों, शैक्षणिक संस्थानों, बस डिपो या रेलवे स्टेशन, होटल, रेस्तरां जैसी जगहों पर तैनात किया जा सकता है। मुंबई स्थित विस्को रिहैबिलिटेशन एड्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा इसका व्यवसायीकरण किया जा रहा है जो आर्थोपेडिक उत्पादों और आने जाने में सहायता करने वाले उत्पादों की एक अग्रणी निर्माता कंपनी है।
डीएसटी के सचिव आशुतोष शर्मा ने कहा, “एनआईएफ न केवल बड़ी संख्या में नागरिकों के बीच से प्रासंगिक और मितव्ययी नवाचारों के लिए खोज कर रहा है, बल्कि सबसे अच्छे विचारों को पंख देने के लिए एंड-टू-एंड समाधानों के साथ मदद कर रहा है। इस तरह की एक सामयिक प्रतियोगिता दरअसल सभी क्षेत्रों से आने वाले लोगों की रचनात्मक, सामाजिक सेवा और उद्यमशीलता से जुड़ी चाहतों को एक साथ संतुष्ट करती है।”

पैर से संचालित होने वाला हाइट एडजस्टेबल हैंड्स-फ्री सेनिटाइज़र डिस्पेंसर स्टैंड
एनआईएफ इन विचारों को जन्म देने वालों को और अधिक प्रसार के लिए इनक्यूबेशन और मेंटरिंग से जुड़ी मदद प्रदान कर रहा है।
चैलेंज कोविड-19 कॉम्पिटिशन (सी3) के तहत, एनआईएफ देश के 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले लगभग 360 जिलों से वेबसाइट, ईमेल और व्हाट्सएप के माध्यम से 1700 से अधिक नागरिकों से विचारों और नवाचारों को आकर्षित करने में कामयाब रहा है।
इस प्रतियोगिता ने 5 साल से लेकर 76 साल तक की उम्र के पेशेवरों, छात्रों, किसानों, उद्यमियों, शिक्षाविदों, आईटी और आईटीईएस पेशेवरों, डॉक्टरों और फार्मासिस्टों की एक विस्तृत श्रंखला से विचारों को आकर्षित किया है।
वर्तमान में चयनित विचारों पर काम किया जा रहा है और मूल्य वर्धन, वित्तीय सहायता, सलाह आदि जैसी अपेक्षित मदद एनआईएफ द्वारा प्रदान की जा रही है।