अडाणी समूह की कंपनियों में हिस्सेदारी रखने वाले कुछ एफपीआई खातों को राष्ट्रीय प्रतिभूति डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) द्वारा जब्त करने की खबर के बाद इन कंपनियों के शेयरों में सोमवार को सुबह के कारोबार में 25 फीसदी तक की भारी गिरावट देखी गई।
इस दौरान अडाणी एंटरप्राइजेज बीएसई पर 24.99 फीसदी की गिरावट के साथ 1,201.10 रुपये पर, अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन 18.75 फीसदी की गिरावट के साथ 681.50 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
इसके अलावा अडाणी ग्रीन एनर्जी पांच प्रतिशत गिरकर 1,165.35 रुपये पर, अडाणी टोटल गैस पांच प्रतिशत गिरकर 1,544.55 रुपये पर, अडाणी ट्रांसमिशन पांच प्रतिशत गिरकर 1,517.25 रुपये पर और अडाणी पावर 4.99 प्रतिशत गिरकर 140.90 रुपये पर आ गए। इन सभी शेयरों ने अपनी निचली सर्किट सीमा को पार कर लिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एनएसडीएल ने तीन विदेशी फंडों के खातों को जब्त कर दिया है, जिसके पास अडाणी समूह की चार कंपनियों में हिस्सेदारी है।
दोपहर बाद अडाणी ग्रुप ने इस खबर को पूरी तरह से गुमराह करने वाली और गलत बताया। स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा कि इस तरह का कोई मामला नहीं है और ना ही विदेशी निवेशकों के डीमैट अकाउंट फ्रीज हैं। इसके बाद अडाणी ग्रीन एनर्जी का शेयर बढ़त के साथ जबकि बाकी 3 कंपनियों के शेयर रिकवरी के साथ 5% से कम गिर कर बंद हुए। अडाणी पोर्ट 8.26% जबकि अडाणी इंटरप्राइजेज का शेयर 6.26% टूट कर बंद हुआ।
शेयरों में गिरावट का कारण यह था कि सेबी ने इस ग्रुप की कंपनियों में तीन ऐसे विदेशी निवेशकों को पकड़ा, जिन्हें फर्जी माना जा रहा है। ये तीन निवेशक हैं- अलबुला इन्वेस्टमेंट फंड, क्रेस्टा फंड और APMS इन्वेस्टमेंट फंड। ये मॉरीशस की राजधानी पोर्ट लुइस के एक ही पते पर रजिस्टर्ड हैं। इनके पास वेबसाइट नहीं है। सेबी ने इन तीनों के निवेश को फ्रीज कर दिया है और जांच शुरू हो गई है।
रिपोर्ट में कहा गया कि इन खातों को 31 मई या उससे पहले जब्त कर दिया गया था। सेबी ने साल 2020 में ही इन कंपनियों के शेयरों की जांच शुरू कर दी थी। हालांकि अभी तक जांच पर कोई फैसला नहीं आया है। बावजूद इसके इन कंपनियों के शेयर लगातार बढ़ रहे हैं। इन कंपनियों में अडाणी इंटरप्राइजेज, अडाणी ट्रांसमिशन और अडाणी पावर में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 74.29% से ज्यादा है।
अडाणी इंटरप्राइजेज में विदेशी निवेशकों का हिस्सा 20.51%, अडाणी टोटल गैस में 21.47%, अडाणी ट्रांसमिशन में 20.30%, अडाणी ग्रीन एनर्जी में 21.47%, अडाणी पोर्ट में 17.90% और अडाणी पावर में 11.49% हिस्सा विदेशी निवेशकों का है। प्रमोटर्स की सबसे कम हिस्सेदारी अडाणी टोटल गैस और अडाणी ग्रीन एनर्जी में है जो 56.29-56.29% है।