देश में 71 दिन बाद कोविड-19 के सबसे कम 80,834 नए मामले सामने आए हैं जबकि रोजाना की संक्रमण दर घटकर 4.25 प्रतिशत हो गयी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार सुबह तक के आंकड़ों में यह जानकारी सामने आयी है।
इन नए मामलों के साथ देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,94,39,989 हो गयी है। सुबह आठ बजे तक के अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक कोविड-19 के 3,303 मरीजों की मौत के साथ ही इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 3,70,384 हो गयी है। पिछले 24 घंटे के दौरान संक्रमितों की सख्या में कुल 54,531 की गिरावट दर्ज की गयी है।
देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 10,26,159 हो गई है जो संक्रमण के कुल मामलों का 3.49 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर सुधरकर 95.26 प्रतिशत है। लगातार 31वें दिन रोजाना ठीक होने वालों की संख्या बढ़ी है। स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़कर 2,80,43,446 हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.26 प्रतिशत है।
शनिवार को 19,20,477 नमूनों की जांच की गई जिसके बाद देश में कोविड-19 के लिए की गई कुल जांच का आंकड़ा 37,62,32,162 हो गया जबकि दैनिक संक्रमण दर घटकर 4.25 प्रतिशत हो गयी है।
मंत्रालय ने बताया कि संक्रमण दर लगातार 20 दिनों से 10 प्रतिशत के नीचे बनी हुई है। साथ ही साप्ताहिक संक्रमण दर भी पांच प्रतिशत से नीचे आ गयी है और यह 4.74 प्रतिशत दर्ज की गयी।
राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक कुल 25,31,95,048 लोगों को कोविड-19 रोधी टीके की खुराक दी जा चुकी है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख के पार हो गए। देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार और चार मई को दो करोड़ के पार पहुंच गए थे।
मौत के 3,303 नए मामलों में 1,966 महाराष्ट्र से, 374 तमिलनाडु से, 171 केरल से और 144 कर्नाटक से हैं। देश में संक्रमण से अब तक 3,70,384 मरीजों की मौत हुई है। इसमें महाराष्ट्र में 1,08,333, कर्नाटक में 32,788, तमिलनाडु में 29,280, दिल्ली में 24,800, उत्तर प्रदेश में 21,735, पश्चिम बंगाल में 16,812, पंजाब में 15,503 और छत्तीसगढ़ से 13,311 मामले हैं।
मंत्रालय ने जोर दिया कि जान गंवाने वाले 70 प्रतिशत से अधिक मरीजों में गंभीर बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया, ‘‘हमारे आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के आंकड़ों से मिलान किया जा रहा है।’’ मंत्रालय के मुताबिक राज्यव्यापी आंकड़ों की भी पुष्टि और उनका मिलान किया जाना है।