पश्चिमी विक्षोभ के चलते प्रदेश में कई जगह मौसम शनिवार को और बिगड़ गया। बुंदेलखंड और कानपुर के आसपास के जिलों में तेज हवाओं संग बारिश और ओले गिरने से 16 लोगों की जान चली गई। पूरे प्रदेश में आंधी-तूफान के कारण हुए विभिन्न हादसों और बिजली गिरने से कुल 23 लोगों की मौत हुई है।
कई शहरों में शुक्रवार रात से ही मौसम बिगड़ने से बड़े-बड़े पेड़ और बिजली के पोल गिर गए। इससे शनिवार तक विद्युत आपूर्ति ठप रही। फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के अनुसार रविवार को भी प्रदेश के कुछ इलाकों में गरज-चमक के साथ आंधी-बारिश हो सकती है। 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी आ सकती है।
बुंदेलखंड और कानपुर के आसपास आंधी-बारिश और बिजली गिरने से उन्नाव में सात, कन्नौज में छह, बांदा और कानपुर शहर में एक-एक व्यक्ति की जान चली गई। कानपुर शहर के बिल्हौर में आंधी-बारिश संग आधा घंटे तक बड़े-बड़े ओले गिरे जिससे फसल चौपट हो गईं। सैकड़ों गाड़ियों के शीशे टूट गए और कई लोग घायल भी हुए। घाटमपुर में भी जमकर ओलावृष्टि हुई। कानपुर में शनिवार को एक ही दिन में 54.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। इससे मई माह में बारिश का 43 साल का रिकॉर्ड टूट गया। 1977 में मई में एक ही दिन में 46.6 मिमी बारिश हुई थी। उन्नाव में दोपहर तीन बजे के बाद बारिश के साथ कई स्थानों पर ओलावृष्टि भी हुई। बुंदेलखंड के बांदा में दोपहर बाद मौसम बदल गया और बारिश संग ओले गिरे।