नैनी में पीएसी कालोनी के पास मंगलवार की रात एक व्यापारी राजकुमार जायसवाल का सरेशाम अपहरण कर लिया गया। वह रात में गोदाम से घर जाने के लिए अपनी वैगन आर कार से निकले थे। घर से करीब दो सौ मीटर पहले ही वह लापता हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक सफेद रंग की गाड़ी उनकी कार का पीछा कर रही थी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। गाड़ी नंबर के आधार पर खोजबीन शुरू की गई। कार की अंतिम लोकेशन तेलियरंगज के पास मिली है। पुलिस व्यापारी की तलाश में जुटी थी।
राजकुमार जायसवाल का शंकरगढ़ में क्रशर प्लांट है। उन्होंने मेवालाल की बगिया में गोदाम बना रखा है। मंगलवार की रात करीब साढ़े आठ बजे वह अपनी वैगन आर कार से घर जाने के लिए निकले। उसी समय उनके बड़े बेटे गोलू ने फोन किया तो उन्होंने बताया कि वह गोदाम से निकल चुके हैं। थोड़ी देर में पहुंच रहे हैं। उनकी लोकेशन पीएसी कालोनी में घर के पास तक मिली है।
घर से करीब दो सौ मीटर पहले तक उनकी कार को देखा गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उनकी कार के पीछे एक सफेद रंग की लक्जरी गाड़ी भी थी। इसके बाद से उनका कुछ पता नहीं चला। जब वह आधा घंटे तक घर नहीं पहुंचे तो बेटे गोलू ने फिर फोन किया। उनका फोन बिजी जा रहा था। इसके कुछ देर बाद फोन बंद हो गया। इसके बाद घर वाले अनहोनी की आशंका से ग्रस्त हो गए। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मोबाइल नंबर और कार नंबर के आधार पर खोजबीन शुरू की। करीब सवा ग्यारह बजे उनकी कार तेलियरगंज में दिखी है।
एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित ने बताया कि क्राइम ब्रांच समेत कई थानों की फोर्स को व्यापारी की खोजबीन में लगाया गया है। उनकी कार के आस पास एक सफेद रंग की गाड़ी दिख रही है। उनके घर के पास मेडिकल की दुकान चलाने वाले दुकानदार ने बताया है कि वह खुद अपनी कार से उतरकर दूसरी गाड़ी में बैठे थे। दूसरी गाड़ी में बैठा एक शख्स उनकी कार लेकर चला गया था। एसपी के मुताबिक मौके पर बल प्रयोग से अपहरण का सुबूत नहीं मिला है। फिलहाल घर वालों की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है। घर वालों के पास किसी तरह का कोई कॉल नहीं आया था।
व्यापारी राजकुमार जायसवाल के अपहरण की सूचना पर शहर भर के कैमरों से गाड़ी की लोकेशन चेक की गई। पता चला कि उनकी वैगन आर कार करीब साढ़े नौ बजे बैरहना में बागड़ धर्मशाला के पास और करीब सवा ग्यारह बजे तेलियरगंज में मिली है। एसपी यमुनापार के मुताबिक बैरहना से तेलियरगंज जाने के बीच करीब पौने दो घंटे तक उनकी गाड़ी कहां थी। इसे जानने का प्रयास किया जा रहा है। इस बात की भी संभावना है कि बीच में कहीं वे रुके हों। उनके मोबाइल और गाड़ी से लोकेशन का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
राजकुमार जायसवाल और उनका भाई बबलू जायसवाल का परिवार पीएसी कालोनी में साथ में रहता है। रात में जब उनके अपहरण की बात पता चली तो पूरा परिवार घबरा गया। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। पत्नी सीमा और बड़ा बेटा गोलू सबसे ज्यादा परेशान था। उन्होंने तमाम रिश्तेदारों को भी फोन किया। राजकुमार के दो बेटे और एक बेटी है।