अयोध्या में भारतीय सेना, अर्धसैनिक बल और एफसीआई में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी कर लाखों का वारा न्यारा करने वाले अंतरराज्यीय गैंग के 7 शातिर अपराधियों को मिलिट्री इंटेलिजेंस की सूचना के बाद अयोध्या की एसओजी पुलिस गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों के पास से फर्जी नियुक्ति पत्र प्रमाण और अन्य कागजात भी बरामद किए गए हैं। ठगों के पास से पुलिस ने एक कार भी बरामद की है। गिरफ्तार अभियुक्तों के बाद एसओजी अब गैंग से जुड़े अन्य लोगों की भी तलाश कर रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडे ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के आधार पर अन्य लोगों पर भी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही अभियुक्त द्वारा अर्जित की गई संपत्ति का पता लगाकर उसे जब्त कराया जाएगा।
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्तों में संतोष कुमार पुत्र रामभरोसे मथुरा उत्तर प्रदेश, ओम प्रकाश प्रजापति पुत्र कालूराम थाना अलीगढ़ राजस्थान, राकेश कुमार उर्फ रिंकू चिंता की जगरिया गोंडा, अभिषेक वर्मा थाना नगराम अलीगढ़, अजीत प्रसाद थाना लक्ष्मणगढ़ राजस्थान, अनिल कुमार थाना सोरांव प्रयागराज, विनीत मौर्य मंगोलपुरी दिल्ली के रहने वाले हैं।
सभी आरोपियों की गिरफ्तारी एसओजी प्रभारी रतन लाल शर्मा, उप निरीक्षक अशोक कुमार, उप निरीक्षक ओमप्रकाश यादव ने की। एसएसपी शैलेश कुमार पांडे ने बताया कि अयोध्या के एक पीड़ित से इन लोगों के बारे में सूचना मिली थी और इस संबंध में पुलिस जांच कर ही रही थी। मिलिट्री इंटेलिजेंस ने भी इस गिरोह के सक्रिय होने के सूचना पुलिस को दी थी। इसके बाद पुलिस ने सर्विलांस और अन्य माध्यमों से इन लोगों पर नजर रखना शुरू कर दिया था
गिरफ्तार किए गए आरोपी मथुरा, अलीगढ़, प्रयागराज, राजस्थान व दिल्ली के रहने वाले हैं। उनके पास से फर्जी नियुक्ति पत्र, 10 राजपत्रित अधिकारी द्वारा निर्गत प्रमाण पत्र के कूट रचित प्रपत्र फर्जी चरित्र प्रमाण पत्र, फर्जी फिजिकल टेस्ट संबंधी प्रपत्र बरामद हुए हैं। मामले का खुलासा अयोध्या एसएसपी शैलेश पांडे ने किया है।