उत्तर प्रदेश के आम कारोबारी डीके शर्मा के मुताबिक, पिछले महीने आंधी और ओलावृष्टि से लखनऊ समेत कई जिलों में दशहरी आम 70% तक खराब हो गए हैं। आपूर्ति कम होने व ट्रांसपोर्टेशन की लागत बढ़ने की वजह से इसकी कीमतों में पिछले साल की तुलना में 25 से 30% इजाफा होने की उम्मीद है।
इस बार 75% तक गिरा आम का निर्यात
भारत दुनिया का सबसे बड़ा आम उत्पादक और निर्यातक है। दुनियाभर में 40% आमों का निर्यात भारत करता है। एपीडा के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल भारत ने 385 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य वाले 48468 टन आमों का निर्यात किया। निर्यातकों की मानें तो इस साल 12 हजार टन का निर्यात भी मुश्किल लग रहा है। भारतीय आम के तीन सबसे बड़े बाजार खाड़ी देश, यूरोप और अमेरिका हैं।
पैकिंग और ग्रेडिंग के लिए नहीं मिल रहे मजदूर
कोरोनावायरस महामारी की वजह से इस साल निर्यात मुश्किल हो रहा है। थोड़ा बहुत जो कारोबार हो रहा है, उसमें भी परेशानी आ रही है, क्योंकि पैकिंग और ग्रेडिंग के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं।