अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि निर्माण के लिए परिसर में की जा रही खुदाई और समतलीकरण के दौरान, भव्य प्राचीन मंदिर के अवशेष प्राप्त हुए हैं।
परिसर से मिले अवशेषों में मंदिर के विभिन्न प्रतीकों के साथ मंदिर के आमलक, मूर्ति युक्त पाषाण के खंभे, प्राचीन कुआं और मंदिर के चौखट आदि शामिल हैं।
राम जन्मभूमि परिसर में बुधवार से मंदिर निर्माण के लिए समतलीकरण का काम चल रहा है। समतलीकरण के दौरान विभिन्न टीलों की भी खुदाई भी की जा रही है। उस स्थान पर भी खुदाई और समतलीकरण किया जा जा रहा है जहां बाबरी मस्जिद का ढांचा खड़ा था। समतलीकरण और खुदाई के दौरान परिसर से कलश, एक दर्जन से ज्यादा प्राचीन मूर्तियां, पाषाण देवी देवताओं की खंडित प्रतिमाएं, नक्काशी दार शिवलिंग, प्राचीन कुआं और चौखट आदि शामिल है।
11 मई से रामलला के मूल गर्भ गृह के आसपास समतलीकरण का कार्य चल रहा है। बता दें कि 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने फैसले के जरिए विवादित परिसर को हिंदू पक्ष को सौंप दिया था। हालांकि, मुस्लिम पक्ष तब भी तैयार नहीं था। तमाम वादों के जरिए सुप्रीम कोर्ट से मुस्लिम पक्षकार यह गुहार लगाते रहे की कोर्ट अपने फैसले पर पुनर्विचार करें। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले पर पुनर्विचार की दाखिल याचिकाओं को खारिज कर दिया था।
वर्तमान में समतलीकरण के दौरान मिल रहे अवशेषों से अब यह पूरी तरह साफ हो गया है कि श्रीराम मंदिर को ध्वंस कर बाबर के सेनापति मीर बाकी ने यहां मस्जिद का निर्माण कराया था। पुरातत्व विभाग की खुदाई में पूर्व में भी यहां ऐसे अवशेष प्राप्त हुए थे जिनके आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने परिसर में मंदिर होने के तर्कों के साथ हिंदू पक्षकारों के पक्ष में फैसला सुनाया था।
हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि बुधवार को जिस मंदिर के अवशेष मिले हैं उसके बारे में अभी यह नहीं कहा जा सकता कि यह प्राचीन भव्य श्रीराम मंदिर के हैं या बाद में बने किसी मंदिर के हैं। राम जन्मभूमि परिसर में राम मंदिर के अलावा कई अन्य देवी-देवताओं के प्राचीन पौराणिक मंदिर सहित आधा दर्जन मंदिरों के अवशेष भी समाहित हैं, जिन्हें 27 वर्ष पूर्व सही सलामत अधिग्रहीत कर 67.77 एकड़ के परिसर में शामिल किया गया था। बुधवार को मिले अवशेष में 7 ब्लैक टच स्टोन का समीकरण कसौटी के स्तंभ से जोड़कर देखा जा रहा है।
अयोध्या बाबरी मस्जिद के मुख्य मुद्दई इकबाल अंसारी का बयान रामजन्मभूमि परिसर से समतलीकरण के दौरान निकल रहे मन्दिर अवशेष का किया स्वागत कहा अब जल्द बने भव्य भगवान राम का मंदिर साधु संतों की हो रही हैं मनोकामनाएं पूर्ण सुप्रीम कोर्ट पहले ही मन्दिर के पक्ष में फैसला दे चुका है लेकिन कोरोना की महामारी का भी लोग करें बचाव जिससे इस महामारी से बचा जा सके