पंजाब प्रदेश के जनपद जालंधर से 1188 प्रवासी श्रमिकों को लेकर फैजाबाद जंक्शन रेलवे स्टेशन पर पहुंची ट्रेन। उक्त जानकारी देते हुए जिला मजिस्ट्रेट श्री अनुज कुमार झा ने बताया कि प्रदेश सरकार की पंजाब सरकार से बात हुई थी जिसके तहत एक ट्रेन में 1188 श्रमिक आए हुए हैं। जिसमें से आधे से अधिक श्रमिक जनपद अयोध्या के व शेष जनपद अयोध्या के आसपास के जिलों के श्रमिक हैं ।उन्होंने आगे बताया कि सोशल डिस्टेंस का पालन कराते हुए सर्वप्रथम आए हुए सभी श्रमिकों का साबुन पानी से अच्छी तरह हाथ मुँह धुलाया गया तथा सोशल डिस्टेंसिंग के साथ भोजन व पानी की बोतल प्रदान किया गया। जिसके बाद सभी श्रमिकों की थर्मल स्कैनिंग की गई। तत्पश्चात आसपास जिलों व तहसील वार श्रमिको अलग अलग कर भेजने की व्यवस्था की गई है। अन्य जिलों के व्यक्तियों को बसों के माध्यम से उनके जनपद मुख्यालय पर भेजा गया । प्रत्येक बस में 30- 30 की संख्या में भेजे गए ।अन्य जनपदों में जाने वाले बसों के साथ पुलिस एस्कॉर्ट भी जाएगी, जो संबंधित जनपद के प्रवासी श्रमिकों के जिले के नोडल अधिकारी अथवा जिला प्रशासन के संरक्षण में सौंपेंगे ।जहां पर उनके लिए आगे की कार्रवाई संबंधित जनपद को करनी होगी।
जनपद अयोध्या के तहसील मुख्यालयों पर भेजे जाने वाले श्रमिकों की सूची बनाकर वहां के उप जिलाधिकारियों को भेजी गई । श्रमिको के पहुँचने पर तहसील प्रशासन सभी श्रमिको की थर्मल स्क्रीनिंग करने के साथ श्रम विभाग द्वारा पंजीकरण के कार्यवाही की गई एवम हर श्रमिक के स्किल का परीक्षण कर उनके दुवारा किये जाने वाले कार्य को रजिस्टर में दर्ज किया गया तदपश्चात आगे की गतिविधियां के तहत उन्हें होम कवारेन्टीन हेतु संबंधित ग्राम पंचायतों में तहसील प्रशासन दुवारा भेजा गया। ग्राम पंचायतों में भेजने के पूर्व उन्हें 14 दिन के लिए राशन किट भी प्रदान किया गया। जिलाधिकारी ने आगे बताएं कि बाहर से आए हुए प्रवासी श्रमिकों का सारा डाटा कंट्रोल रूम में रहता है । कंट्रोल रूम दुवारा होम कवारेन्टीन किए गए इन श्रमिकों से प्रतिदिन उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा जाता है ,यदि किसी श्रमिक में कोरोना वायरस के कोई लक्षण प्रकट होंगे तो मेडिकल टीम भेजकर उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाएगा। आवश्यकता होगी तो उन्हें अलग से कावरेन्टीन या आइसोलेशन में भेजा जाएगा। होम कवारेन्टीन किए गए सभी श्रमिकों के सतत निगरानी हेतु ग्राम पंचायत निगरानी समिति व मोहल्ला निगरानी समिति गठित की गई है। जो प्रतिदिन उन पर सतत निगरानी करती है और उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ भी करती है। यदि कोई श्रमिक होम कवारेन्टीन का उल्लंघन करता है, तो उसे फौरन क्वॉरेंटाइन फैसिलिटी सेंटर भेजा जाएगा।