ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में निगरानी समितियां प्रभावी. बाहर से आने वाले लोगों पर नजर के लिए जिलाधिकारी ने ग्राम मोहल्लों स्तर पर निगरानी के लिए समितियों का गठन किया है. 10 सदस्य समिति का कार्य ग्राम व मोहल्ले में भ्रमण कर बाहर से आए लोगों के बारे में जानकारी करना है. जिलाधिकारी ने सीडीओ प्रथमेश कुमार उप जिलाधिकारी मेडिकल अफसर व बीडीओ के साथ बैठक की. निगरानी समितियों की नजर गांव या मोहल्ले में पैदल या निजी साधन से आए लोगों पर होगी. उनका विवरण एकत्रित कर कोरोना से बचाव के लिए मेडिकल टीम से परीक्षण कराएगी. निगरानी समितियां पर्यवेक्षक टीम को सूचित करेगी. क्वॉरेंटाइन की गाइडलाइन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी निगरानी कमेटी के पास स्मार्टफोन होगा. आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करेंगे. जिलाधिकारी के अनुसार विभिन्न प्रांतों से लौटे प्रवासी श्रमिकों की थर्मल स्क्रीनिंग के साथ ही एक निर्धारित प्रारूप पर नाम गांव में आने का दिनांक आने का साधन पिता का नाम उम्र मोबाइल नंबर सर्दी खांसी बुखार सांस लेने में तकलीफ में होम कोरनटाइम या आश्रय स्थल में भेजने का उल्लेख करना होगा. थर्मल स्क्रीनिंग में किसी प्रकार की लक्षण मिलने पर सैंपल कोविड-19 की जांच के लिए भेजा जाएगा. जांच रिपोर्ट आने के बाद मेडिकल की दृष्टि से अगला कदम उठाया जाएगा. डीएम ने बताया की गांव में मोहल्ला निगरानी समिति के ऊपर गठित पर्यवेक्षक समिति में सीडीओ राजस्व निरीक्षक इसके गठन की सूचना जिला स्तरीय कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराना जिला अधिकारी के अनुसार 21 दिनों के लिए बाहर से आए श्रमिकों को क्वारंटाइन किया जाएगा।