श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट की दिल्ली में बैठक हुई। pic.twitter.com/MybRXTS87N
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 20, 2020
मन्दिर निर्माण में लगने वाले पत्थरों को जोड़ने के लिए तांबे की पत्तियों का उपयोग किया जाएगा। निर्माण हेतु 18इंच लम्बी, 3mm गहरी,30 mm चौड़ी 10,000 पत्तियों की आवश्यकता होगी। तीर्थ क्षेत्र श्रीरामभक्तों का आह्वान करता है कि तांबे की पत्तियां दान करें:श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र
मन्दिर निर्माण में लगने वाले पत्थरों को जोड़ने के लिए तांबे की पत्तियों का उपयोग किया जाएगा। निर्माण हेतु 18इंच लम्बी, 3mm गहरी,30 mm चौड़ी 10,000 पत्तियों की आवश्यकता होगी। तीर्थ क्षेत्र श्रीरामभक्तों का आह्वान करता है कि तांबे की पत्तियां दान करें:श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र pic.twitter.com/RnS4sgz7WR
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आज ये बात सामने आई कि 30 से 35 मीटर गहराई से नींव लानी पड़ेगी और 1 मीटर व्यास के गोल आकार में लानी पड़ेगी। तीन एकड़ में ऐसे कम से कम 1200 बिन्दू(खंभे) होंगे: चंपत राय, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव https://t.co/j8G6VK3ftN
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आज की अनौपचारिक बैठक में आया कि CBRI रुड़की और IIT मद्रास का पूरा सहयोग लिया जा रहा है, 10 से 12 जगह पर 60 मीटर की गहराई तक मिट्टी की जांच हुई है। इसके आधार पर फिर भूकंप की स्टडी हुई है: चंपत राय, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव pic.twitter.com/PQkTvJUetW
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