किसानों को नहीं मिल रही यूरिया खाद। सहकारी समितियों के चक्कर लगा रहे अन्नदाता सहकारी समितियों से बैरंग वापस लौट रहे अन्नदाता। जनपद के किसी भी सहकारी समितियों में यूरिया खाद उपलब्ध नहीं। धान की फसल में खाद नहीं डाल पा रहा किसान। जनपद के कुछ जगहों पर हो रही कालाबाजारी। 267 रुपये प्रति बोरी यूरिया बिक रही 420 रुपये में। जिला कृषि अधिकारी बृजेश कुमार सिंह ने बताया जनपद में खाद की कमी नहीं। बफर गोदाम के कर्मचारियों के कोरोना पाजिटिव आने के बाद खाद की आपूर्ति हुई बाधित। जल्द ही सभी सहकारी समितियों पर उपलब्ध होगी यूरिया खाद। जिला कृषि अधिकारी का अजीबोगरीब बयान। किसान धान और गन्ने की फसल में जरूरत से ज्यादा कर रहा है यूरिया का प्रयोग। किसान यूरिया का प्रयोग करें कम-जिला कृषि अधिकारी
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